उसको दुनिया में जंग करवानी है,
उसको मोहब्बत की जगह नफरत फैलानी है,
उसको लगता मज़ाक है ये सब,
उसको बस अपनी गद्दी बचानी है,
वो लड़वा देता है आपस में, भाई भाई को,
क्योंकि उसको सियासत की सेज़ सजानी है,
लाख खून बहने पर भी आँख नम नही होती इनकी,
इनको बस वोटों और नोटों की गिनती लगानी है,
काश समझ जाओ ऐ जहान वालो , इनको बस सरकार चलानी है,
इनको बस हुकूमत चलानी है
बॉर्डर पर शहीद होता है गरीब का बेटा, इनकों चैन की नींद सो जानी है,
क्या फर्क पड़ता है ज़माने में बिजली हो न हो,इनको A C में ज़िन्दगी बितानी है..
कुछ तो समझों मेरे जहान वालो,इनको बस सरकार बनानी है,
इनके लिए अपना स्वार्थ छोड़, सब बेमानी है,
इनके अल्फ़ाज़ इनकी औकात दर्शाते हैं,
कैसे ये एक औरत को ज़लील करते जाते हैं,
हम डरपोक मुँह बंद रखे,उसका हौसला बढ़ाते जाते हैं,
गुलाम थे ,तब सब हिंदुस्तानी थे,
आज़ाद हुए ,सब हिन्दू मुसलमान कहलाते हैं,
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